by 52patti.com May 05-2025
आजकल कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म उपलब्ध हैं जो विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों के पर्सनल लोन विकल्पों की तुलना एक ही जगह पर दिखाते हैं। पर्सनल लोन लेकर आप अपनी छोटी-मोटी जरूरतें पूरी कर सकते हैं। इससे आपके सेविंग पर भी अधिक प्रभाव नहीं पड़ता है। हालांकि कोई भी लोन लेने पर आपको प्रिंसिपल अमाउंट (लिया गया लोन) के साथ किस्त भी चुकानी पड़ती है।
आपको बता दें कि बैंक हर महीने मिलने वाली सैलरी का 10 से 24 गुना तक लोन देता है। हालांकि ये लोन अमाउंट कई और तथ्य जैसे क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर और वित्तीय स्थिति को देखते हुए भी तय की जाता है। अगर किसी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर बेहतर है, तो उसे कम ब्याज पर अधिकतम लोन मिल सकता है।
क्या होता है क्रेडिट स्कोर?
क्रेडिट स्कोर को सिबिल स्कोर भी कहा जाता है। क्रेडिट स्कोर क्रेडिट कार्ड बिल और ईएमआई भुगतान के आधार पर तय किया जाता है। इसकी रेंज 300 से 900 के बीच रहती है। आपका क्रेडिट स्कोर जितना बेहतर होगा, उतना ही आपको फायदा मिलेगा।
वित्तीय सलाहकार से सलाह लें
यदि आपको पर्सनल लोन की प्रक्रिया या विभिन्न विकल्पों को समझने में कठिनाई हो रही है, तो एक वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना फायदेमंद हो सकता है। वे आपकी वित्तीय स्थिति का आकलन करके आपको सबसे उपयुक्त लोन विकल्प चुनने में मदद कर सकते हैं।
प्रोसेसिंग फीस और अन्य शुल्क
लोन लेते समय लगने वाले अन्य शुल्कों के बारे में भी जानकारी प्राप्त करें। लंबी अवधि में ईएमआई कम होगी, लेकिन आपको अधिक ब्याज देना होगा। लोन समझौते को ध्यान से पढ़ें और सभी नियमों और शर्तों को समझ लें।